रुड़की (ब्यूरो रिपोर्ट)
अन्त्तर्राष्ट्रीय साक्षरता सप्ताह के अन्तर्गत नेशनल कन्या इण्टर काॅलेज, खानपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा आयोजित कार्यशाला में प्रधानाचार्य डाॅ. घनश्याम गुप्ता ने कहा कि शिक्षा दान से बड़ा दुनिया में कोई दान नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का प्रत्येक स्वंयसेवी अपने घर-परिवार अथवा आस-पडौस में कम से कम एक निरक्षर व्यक्ति को साक्षर बनाने का जिम्मा लेगा तथा प्रतिदिन की प्रगति कार्यक्रम अधिकारी के पास जमा करेगा। प्रधानाचार्य ने कहा कि ऐसा करने से एक माह में कम से कम 100 निरक्षर व्यक्तियों को साक्षर बनाकर साक्षरता दर में वृद्धि की जा सकेगी। कार्यक्रम अथिकारी मीनू यादव ने कहा कि यदि राष्ट्रीय सेवा योजना के साथ-साथ एन0सी0सी0 तथा स्काउट-गाइडिंग से जुड़े सभी छात्र इस अभियान में जुट जाये, तो एक वर्ष के भीतर उत्तराखण्ड में लाखों की संख्या में निरक्षर व्यक्तियों को साक्षर बनाया जा सकेगा। कार्यशाला में कशिश, मीनाक्षी, पायल, पारूल, जूली, स्वयंसेवियों ने भी साक्षरता सप्ताह के विषय में अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर मानसी, वसुन्धरा, पारूल, अन्नु, सानिया, शाहिन, दिव्या, मीना, मोनी, लवीसना, सोनिया, पायल स्वंयसेवी मुख्य रुप से मौजूद रहे।