रुड़की।
केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-2 रुड़की का प्रांगण आज राधा-कृष्णमय रहा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व के उपलक्ष में विद्यालय के अनेक बच्चों ने राधा-कृष्ण के परिधानों में विद्यालय में प्रवेश किया। प्राथमिक विभाग के लगभग 100 बच्चे आज राधा और कृष्ण बनकर, हाथ में बांसुरी लेकर प्रार्थना सभा में उपस्थित हुए तथा उन्होंने कृष्ण लीला जैसा दृश्य उपस्थित कर दिया। साथ ही साथ गोकुल वृंदावन के अंदाज में मंच पर नृत्य करते हुए सब का मन मोह लिया। पहली कक्षा से लेकर पांचवी कक्षा तक के इन बच्चों में आज विद्यालय के शिक्षकों एवं बच्चों ने भगवान श्रीकृष्ण एवं राधा रानी के दर्शन किए। प्राथमिक विभाग की प्रभारी श्रीमती सविता वर्मा के निर्देशन में इन बच्चों ने जहां बांसुरी की धुन पर नृत्य किया, वही माखन भोग भी लगाया। आज विद्यालय में हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत प्रार्थना सभा में बच्चों को हिंदी भाषा के महत्व एवं उसकी उपयोगिता के बारे में बताया गया। विद्यालय के शिक्षक घनश्याम बादल ने बच्चों से कहा कि आज हिंदी पूरे देश ही नहीं विश्व में भी छाई हुई है और यह अकेली ऐसी भाषा है, जिसे जैसा लिखा जाता है वैसा ही पढ़ा भी जाता है। उन्होंने कहा कि एक दृढ़ संकल्प से इसे जल्द ही राष्ट्रभाषा के रुप में भी देखा जा सकता है। जबकि आज यह राजभाषा के रुप में प्रतिष्ठित है। विद्यालय की प्राथमिक विभाग के शिक्षक मुकेश कुमार ने हिंदी से संबंधित एक प्रेरणादायक कविता सुनाई। विद्यालय के हिंदी विभाग की ओर से आज विद्यालय में नारा लेखन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें कक्षा 6 से 12 तक के बच्चों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। साथ ही घोषणा की गई कि जल्द ही विद्यालय में एक हिंदी कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य अरविंद कुमार ने कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा एवं राजभाषा है तथा हम अपने विचारों को इसी भाषा के माध्यम से सर्वोत्तम तरीके से प्रकट कर सकते हैं। अतः हमें हिंदी में कुशल होना बहुत जरूरी है। विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक बिपिन कुमार पांडे ने हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित की जाने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं के बारे में बच्चों को अवगत कराया तथा आशा व्यक्त की कि हिंदी पखवाड़ा केवल औपचारिकता नहीं रहेगा अपितु वह यथार्थ की धरातल पर भी दिखाई देगा। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं में नीरज पंवार, पुरुषोत्तम शर्मा, अभय कुमार श्रीवास्तव, प्रविंदर सिंह, हर भगवान, विकास शर्मा, तृप्ता शर्मा एवं गोपाल सिंह आदि मौजूद रहे।