रुड़की (ब्यूरो रिपोर्ट)
प्राचीन शिव मन्दिर ढण्डेरा के पवित्र प्रांगण में आज से पवित्र श्राद्ध पक्ष में श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का प्रारम्भ हुआ। व्यासपीठ से पण्डित सतीश चन्द्र शास्त्री (कोठारी) के सानिध्य में प्रातः गणेशादि देवताओं के पूजन के साथ भगवान नारायण का पूजन हुआ। सांय के सत्र में 3 बजे से श्रीमद् भागवत कथा का आरम्भ हुआ। जिसमें पंडित सतीश चंद्र शास्त्री ने कहा कि इस कलिकाल में धर्म ही श्रेष्ठ साधन है और धर्मपूर्वक भगवन्नाम जीव के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। अतः प्रत्येक मानव को अपने जीवन में भगवद्भक्ति करनी चाहिये एवं स्वयं को इस योग्य बनाना चाहिये, जिससे हमारे त्रिविध ताप नष्ट होंगे। भगवान की कथा श्रवण से ही भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में मनुष्यों के हृदय में भक्ति, प्रेम जागृत होगा। प्रथम दिवस की कथा में श्रीमद् भागवत के माहात्म्य के माध्यम से भक्ति ज्ञान वैराग्य की महिमा का श्रवण कराया गया। इस अवसर पर मुख्य यजमान श्रीमती एवं अनिल पुण्डीर एडवोकेट, अशोक पुण्डीर, पं. कलित कोठारी, पं. अजय बलूनी, पं. बृजेश बडोला, पं. नितिन, पं. विवेक, पं. सुमित रतूड़ी, पं. शुभम, डाॅक्टर आलोक द्विवेदी, राहुल चैहान, मित्रपाल सिंह चैहान, श्रीमती मिनाक्षी, हार्दिक, रीशू, तपस्या, प्रिया, नेहा, अरुण पुंडीर, संजीव कुशवाहा, रवि राणा, भूपेन्द्र राणा एवं क्षेत्र की मातृशक्तियां मौजूद रही।