रुड़की।
श्री भवानी शंकर आश्रम में 6 सितम्बर को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, जिसमें शहर के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस अवसर पर पानीपत के कलाकारों द्वारा भजन संध्या का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। आश्रम को विभिन्न रंगों की रोशनी और अन्य साज सज्जा से अलंकृत किया गया। समारोह के दौरान भक्तों ने प्रसाद चढ़ाया और ग्रहण किया। समारोह का आयोजन महंत रिमा गिरि और महंत त्रिवेणी गिरि के पर्यवेक्षण में हुआ। महंत रीमा गिरि ने बताया कि योगेश्वर श्रीकृष्ण का ध्यान करने और मंत्र जपने से मोह-माया से मुक्ति पायी जा सकती है। उन्होंने आगे कहा कि श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव सम्पूर्ण विश्व के लिए आनंद और मंगल का संदेश देता है। हिन्दू मान्यता के अनुसार लगभग 5 हजार वर्ष पहले उत्तर-प्रदेश के मथुरा में भाद्रपद के महीने में अष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। इस दिन लोग फलाहारी व्रत रखते है और रात 12 बजे कृष्ण जन्म मनाकर भोजन करते हैं।