रुड़की (ब्यूरो रिपोर्ट)
केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-एक रुड़की में 31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान सम्मलेन-2023 का समापन हो गया। विद्यार्थियों द्वारा बनाये गये माॅडल तथा परियोजनाओं का मूल्यांकन आईआईटी रुड़की, सीबीआरआई रुड़की तथा राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान रुड़की जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के वरिष्ठ प्रोफेसर एवं वैज्ञानिकों द्वारा किया गया। अतिथियों ने विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से विद्यार्थियों की वैज्ञानिक सोच और रचनात्मकता को बढ़ावा मिलता है। 31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान सम्मलेन-2023 के आज दूसरे दिन वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद एवं केंद्रीय विद्यालय संगठन के सम्मिलित कार्यक्रम ‘जिज्ञासा’ के अंतर्गत प्रतिभागी विद्यार्थियों को सीएसआईआर/ सीबीआरआई की प्रयोगशालाओं का भ्रमण कराया गया तथा वैज्ञानिकों के साथ मिलने और बातचीत करने का अवसर मिला। इस प्रतियोगिता के परिणाम में अपने पारिस्थितिकी तंत्र को जानें- इस थीम में वरिष्ठ समूह से केंद्रीय विद्यालय ओएनजीसी देहरादून की प्रिया प्रथम तथा कनिष्ठ समूह में केंद्रीय विद्यालय अल्मोड़ा के गौरांश पाठक प्रथम स्थान पर रहे। स्वास्थ्य, पोषण और कल्याण को बढ़ावा देना की थीम में वरिष्ठ समूह से केंद्रीय विद्यालय ऋषिकेश के आयुष चैहान प्रथम तथा कनिष्ठ समूह में केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-एक हाथीबडकला देहरादून के आरुष आदित्य प्रथम स्थान पर रहे। पारिस्थितिकी तंत्र और स्वास्थ्य के लिए सामाजिक और सांस्कृतिक प्रथाएँ थीम में वरिष्ठ समूह से केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-एक रुड़की के आयुष त्यागी प्रथम तथा कनिष्ठ समूह से केंद्रीय विद्यालय बीएचईएल हरिद्वार के युक्ति यादव प्रथम स्थान पर रहे। आत्मनिर्भरता के लिए पारिस्थितिकी तंत्र आधारित दृष्टिकोण थीम में वरिष्ठ समूह से केंद्रीय विद्यालय एफआरआइ देहरादून के ईशान नेगी प्रथम स्थान पर रहे। पारिस्थितिकी तंत्र और स्वास्थ्य के लिए तकनीकी नवाचार थीम में वरिष्ठ समूह से केंद्रीय विद्यालय आईएमए देहरादून की शबा परवीन प्रथम तथा कनिष्ठ समूह में केंद्रीय विद्यालय आइएमए देहरादून के कार्तिक प्रथम स्थान शामिल रहे। समापन समारोह में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्राचार्य चन्द्र शेखर बिष्ट ने कहा कि बाल विज्ञान कांग्रेस व्यावहारिक विज्ञान का उत्सव है। यह एक समावेशी मंच है, जहां विद्यार्थी वैज्ञानिक वास्तविक समस्याओं के समाधान के लिए अपने वैज्ञानिक कौशल का उपयोग करते हैं। विद्यालय में ऐसे आयोजनों का मुख्य उद्देश्य विज्ञान प्रतिभाओं की खोज कर उन्हें स्थानीय परिवेश में तार्किक वैज्ञानिक खोज की दिशा में आगे बढ़ाना है। विजयी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उप प्राचार्या श्रीमती अंजू सिंह ने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बच्चों को प्रेरित करने, सशक्त बनाने और उनके मन और वचन दोनों का विस्तार करना है। कार्यक्रम में एसएस रावत, ओमबीर सिंह, पूनम कुमारी, विद्योत्तमा मिश्रा, ऋचा चैहान, शुचि यादव, शुभदा चमोली, अरविन्द गुप्ता एवं कपिल देव समेत सभी शिक्षक मौजूद रहे।