रुड़की । “सरल भाषा संस्कृतम् ,सरस भाषा संस्कृतम्,””सरला सरसा संस्कृत भाषा जयति कल्याणी संस्कृत भाषा” इन विचारों को स्थापित करते हुए पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-एक रुड़की में आज संस्कृत सप्ताह का समापन हुआ । अपने पूर्वजों के संस्कारों और सांस्कृतिक धरोहरों के बीज हम अपने बच्चों के माध्यम से आने वाली पीढ़ी में बोते है| 06 से 14 अगस्त 2025 तक चलने वाले संस्कृत सप्ताह में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया| कार्यक्रम में सभी छात्र-छात्राओं ने उत्साह पूर्वक प्रतिभाग किया।
पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक एक – रुड़की में संस्कृत सप्ताह की विभिन्न गतिविधियां का प्रारम्भ 6 अगस्त 2025 को हुआ। संस्कृत सप्ताह का उद्घाटन सरस्वती जी के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवम् माल्यापर्ण प्राचार्य चन्द्र शेखर बिष्ट, उपप्राचार्या संगीता खुराना एवम् हिन्दी व संस्कृत शिक्षकों ने किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में प्राचार्य चन्द्र शेखर बिष्ट ने कहा कि संस्कृत भारत की एक शास्त्रीय भाषा है| आज भी हिन्दू धर्म के अधिकतर यज्ञ और पूजा संस्कृत में ही होती हैं। संस्कृत को विश्व की अन्य भाषाओं की जननी माना जाता है। दुनियाभर में सिर्फ संस्कृत ही एक ऐसी भाषा है जो पूरी तरह सटीक है, इसका कारण है इसकी शुद्धता | सभी विद्यार्थियों को संस्कृत भाषा जरुर सीखनी चाहिए। प्राचार्य एवम् उपप्राचार्या द्वारा विद्यार्थियों को संस्कृत गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। विद्यार्थियों द्वारा संस्कृत प्रार्थना एवं संस्कृत देश भक्ति गीत गाया गया। संस्कृत सप्ताह के प्रथम दिन संस्कृत श्लोक एवम् संस्कृत गीत प्रतियोगिता का अयोजन श्रीमती संध्या पवार हिन्दी शिक्षिका और श्रुति पालीवाल संस्कृत शिक्षिका के नेतृत्व में हुआ। विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ प्रतिभाग किया । कनिष्ठ वर्ग में श्लोक व गीत प्रतियोगिता में प्रथम स्थान नव्या शर्मा सप्तम ब और अरनव गुप्ता, अष्टम स,द्वितीय स्थान सक्षम सारस्वत षष्ठम स और दृष्टि सप्तम अ,तृतीय स्थान वैष्णवी षष्ठम ब और अग्रिम वर्मा अष्टम ब ने प्राप्त किया।