रुड़की (ब्यूरो रिपोर्ट)
नंदविहार काॅलोनी में जीवनदीप आश्रम के सामने स्थानीय काॅलोनी के लोगों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। काॅलोनी के लोगों का आरोप था कि आश्रम के बराबर वाली जमीन को एक बिल्डर द्वारा खरीद लिया गया हैं और यहां से गुजरने वाले नाले को बंद कर दिया हैं। जिससे काॅलोनी के लोगांे में भारी गुस्सा देखने को मिला। काॅलोनी निवासी रोमा सैनी ने बताया कि उक्त बिल्डर ने काॅलोनी के नाले को बंद कर दिया गया हैं, जिससे काॅलोनी के पानी की निकासी प्रभावित होगी और उन्हें जलभराव जैसी गंभीर समस्या का सामना भी करना पड़ेगा। जिसके कारण आज समस्त काॅलोनी के लोगों ने सुबह से ही धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके बाद बिल्डर के.पी. सिंह पूर्व नायब तहसीलदार व लेखपाल के साथ मौके पर पहंुचे और जमीन की पैमाईश का हवाला देते हुए बताया कि नाले की पेमाईश के बाद जहां भी नाला होगा, उसके लिए जमीन दी जायेगी। इस दौरान टीम द्वारा मौके की पेमाईश की गई। पूर्व नायब तहसीलदार प्रीतम सिंह ने बताया कि अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। वहीं बिल्डर केपी सिंह ने बताया कि उन्हें नाले की जमीन को लेकर कोई आपत्ति नहीं हैं, जहां भी नाला पेमाईश में आयेगा, उसके लिए जमीन छोड़ी जायेगी। जिस पर काॅलोनी के कुछ लोगों ने पेमाईश प्रक्रिया को निजी हितों से प्रेरित बताया। वहीं बाद में दोनों पक्षों की जीवनदीप आश्रम में स्वामी यतींद्रानंद महाराज के नेतृत्व में बैठक हुई। जिसके बाद सभी की सर्वसम्मति से बिल्डर केपी सिंह ने स्वयं दो फीट जमीन नाले के लिए देने पर सहमति जताई। जिसके बाद लिखित मंे सहमति बनने पर मामला निपट गया। वहीं बिल्डर केपी सिंह ने कहा कि वह किसी की जमीन को कब्जाना नहीं चाहते, यदि काॅलोनी के लोगों को परेशानी हैं, तो वह उनके साथ हर समय खड़े रहेंगे। वहीं पार्षद प्रतिनिधि सोनू कश्यप ने बताया कि आपसी सहमति से नाला के निर्माण कार्य जल्द शुरू कराया जायेगा। वहीं काॅलोनी के लोगों ने यह भी बताया कि खरीदी गई जमीन में चार-पांच पेड़ आम के खड़े हुये थे, जिन्हें रातों-रात काट लिया गया। लेकिन विभाग ने इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया।