रुड़की (ब्यूरो रिपोर्ट)
श्री सत्य नारायण मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा के छठें दिन कथावाचक योगेश्वर विजय सुंदरियाल ने श्रीकृष्ण रुकमणि विवाह का भजनों द्वारा वर्णन कया गया। इससे पूर्व उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला व रासलीला का वर्णन सुनाया। कथा व्यास ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण की लीला दिव्य हैं, उसे देखने के लिए भगवान भोलेनाथ स्वयं गोकुल पहंुच गये। इसके बाद उन्होंने श्रीकृष्ण, मथुरा गमन, उद्धव-गोपी संवाद तथा गोपियों की विरह दशा का मार्मिक प्रसंग सुनाया। जिसे सुनकर पंडाल में बैठे श्रद्धालुओं की आंखे नम हो गई। बाद में उन्होंने सुंदर भजनों के साथ श्रीकृष्ण व रुकमणि विवाह का वर्णन किया। भजनों को सुनकर श्रद्धालु खुशी से नाचने लगे। सुदामा चरित्र व आरती के बाद आज की कथा को विश्राम दिया गया। बूड़ाकोटि परिवार द्वारा आयोजित कल (आज) कथा सुबह साढ़े नौ बजे से बारह बजे तक होगी और उसके बाद भंडारे का आयोजन होगा।