रुड़की (ब्यूरो रिपोर्ट)
बीडी इंटर काॅलेज भगवानपुर में नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत 200 से अधिक असाक्षर पुरूष एवं महिलाओं का मूलभूत साक्षरता एवं साक्षात संख्यात्मक मूल्यांकन किया गया। इस मौके पर नवभारत साक्षरता कार्यक्रम का अवलोकन कर स्थानीय विधायक ने कहा कि पढ़ाई सीखने व सिखाने की कोई उम्र नहीं होती। यह कार्यक्रम हरिद्वार में चल रहा हैं। उनकी विधानसभा क्षेत्र की माताओं, बहनों एवं बुजुर्गों ने जिस तरह उत्साह व उमंग के साथ पढ़ने में रुचि दिखाई, प्रशंसनीय है। इस मौके पर भगवानपुर ब्लाॅक के खण्ड शिक्षा अधिकारी संजीव जोशी ने कहा कि 15 से 80 वर्ष के बीच भगवानपुर ब्लाॅक में 11,280 असाक्षर हैं, आज बीस मूल्यंाकन कंेद्रों के माध्यम से इनका मूल्यांकन किया जा रहा हैं। इस मौके पर काॅलेज के प्रधानाचार्य संजय गर्ग ने कहा कि यह कार्यक्रम बेहद महत्वपूर्ण है। इसका उद्देश्य साक्षरता दर बढ़ाकर हरिद्वार को आगे लाना हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व एसडीएम आशीष कुमार मिश्रा की देखरेख में यह कार्यक्रम इसी काॅलेज से शुरु किया गया। हमें 300 असाक्षरों को तीन माह में साक्षर करने का लक्ष्य दिया गया। हमें खुशी है कि निर्धारित समय में हमने इस लक्ष्य को 80 प्रतिशत से अधिक प्राप्त किया। साथ ही बताया कि छः मई 2030 से काॅलेज की ओर से तीन केंद्रों का संचालन किया जा रहा हैं। इन तीन केंद्रों पर बीडी इंटर काॅलेज के छः शिक्षक संजय पाल, रजत बहुखंडी, नेत्रपाल, सुधीर सैनी, जुल्फुकार, संगीता गुप्ता नोडल टीचर के रुप में तथा उषा सेमवाल, कु. साईमा, कु. प्रिया प्रजेश ने स्वयंसेवी के रुप में काम किया। इस मूल्यांकन में 200 से अधिक लोगों ने परीक्षा दी। इस मौके पर सैयद त्यागी, सोलंकी, पारूल देवी, अर्चना पाल, ऋतु वर्मा, रोहित, वसीम, अशोक, राजकुमार, लोकेश आदि मौजूद रहे।