भगवानपुर (ब्यूरो रिपोर्ट)
राष्ट्रीय अपराध एवं भ्रष्टाचार विरोधी संगठन (रजि.) के प्रदेश अध्यक्ष राजकिशोर वर्मा के आकस्मिक निधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। उनके निधन से भगवानपुर क्षेत्र के साथ ही हिन्दू संगठनों के लोगों को भी गहरा आघात पहुंचा हैं। वह अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं। वहीं उनके निधन से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हैं। बताया गया है कि करीब 15 दिन पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजकिशोर वर्मा को अटैक आया था, जिसके बाद उन्हें परिवारजनों द्वारा आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उपचार के बाद वह सकुशल घर आ गये थे। लेकिन 16 सितंबर की सुबह फिर से उन्हें अटैक की शिकायत हुई, लेकिन इस बार वह बच नहीं पाये ओर उनके आकस्मिक निधन की सूचना क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। उनके परिचितों व रिश्तेदारों ने घर पहंुचकर उनके निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया और शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया। ज्ञात रहे कि राजकिशोर वर्मा बेहद मिलनसार और मृदुभाषी व्यक्तित्व वाले समाजसेवी थे। उनकी पहचान आरटीआई कार्यकर्ता के रुप में भी होती थी। उनके निधन पर क्षेत्रवासियों व हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने भी गहरा दुःख प्रकट किया हैं। उनकी अंतिम यात्रा में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुये।