रुड़की (ब्यूरो रिपोर्ट)
हरिद्वार में स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार राष्ट्रीय समन्वय समिति की एक बैठक अटलबिहारी वाजपेयी राजकीय अतिथि गृह में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा भारत सरकार की एमिनेंट कमेटी के सदस्य आनन्द सिंह बिष्ट तथा संचालन अमर शहीद जगदीश प्रसाद वत्स के भांजे श्रीगोपाल नारसन द्वारा किया गया। बैठक में देशभर के विभिन्न राज्यों से समन्वय समिति के 58 सदस्य शािमल हुए तथा 3 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी इस बैठक में मौजूद रहे, जिनमें से एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की आयु 115 वर्ष है। बैठक में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व उत्तराधिकारियों का सम्मान आयोजकों द्वारा स्मृति चिन्ह देकर व माला पहनाकर किया गया। वही समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा ने अन्य स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ सभी का सम्मान मुकुट पहनाकर, अशोक की लाट का स्मृति चिन्ह व रुद्राक्ष माला पहनाकर किया। बैठक में सदस्यों ने इस बात पर आक्रोश जाहिर किया कि सरकार द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के समय भी स्वतंत्रता सेनानियों एवं उनके उत्तराधिकारियों की जानबूझकर अनदेखी की गई। कुछ सदस्यों ने वर्तमान समय में स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के विरुद्ध आपत्तिजनक ब्यानों पर भी नाराजगी जाहिर की। बैठक में निर्णय लिया गया कि निकट भविष्य में देशभर के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व उनके उत्तराधिकारी प्रतिनिधियों द्वारा दिल्ली में एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानियों तथा उनके उत्तराधिकारियों की समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया। दिल्ली में प्रस्तावित शक्ति प्रदर्शन को संपन्न कराने के लिए हर राज्य से बढ-चढकर भागीदारी करने की बात कही गई। बैठक में लगभग 24 प्रान्तों से आए हुए प्रतिनिधियों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये तथा अपने-अपने प्रान्तों में स्वतंत्रता सेनानी संगठनों द्वारा किए गए कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। भविष्य के लिए कुछ सुझाव भी प्रस्तुत किए गए, जिनसे स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन संयुक्त शक्ति के साथ एकजुट होकर स्वतंत्रता सेनानी तथा उनके उत्तराधिकारियों के लिए मजबूती से आवाज उठा सकें। कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी लेखराज सिंह, स्वतंत्रता सेनानी आनंद सिंह बिष्ट, स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र रघुवंशी, राष्ट्रीय अध्यक्ष देशबंधु, कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार सैनी, सतपाल ब्रह्मचारी, मुरली मनोहर, अवतार सिंह, वीरांगना प्रेमवती, माधवी, अवधेश पंत, कमलेश पांडेय, श्रीमती दीपादास, सुरेंद्र बुटोला, एम फारूखी आदि ने विचार प्रकट किए।