रुड़की।
शनिवार को बेहडेकी सैदाबाद में दो दिवसीय दंगल का समापन हो गया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पहंुचे पूर्व मंत्री मदन कौशिक व क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने बिलवा पहलवान को पगड़ी पहनाकर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि वास्तव में ही बिलवा पहलवान को बचपन से ही पहलवानी का शौक था और उन्होंने पिछले 40 वर्षों से लगातार दंगल आयोजक के रुप में पहलवानों की कुश्ती कराई। जिसे भुलाया नहीं जा सकता। वह बड़े मृदुभाषी, लग्नशील और ईमानदार प्रवृत्ति के पहलवान रहे। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से वह बीमार चल रहे हैं। इसी के चलते उन्होंने अपनी जिम्मेदारी गांव के युवाओं को सौंपी। जिसे युवा वर्ग अच्छी तरह निभा रहा हैं। कुश्ती में जीतने वाले पहलवानों को पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया तथा सभी पहलवानों ने बिलवा पहलवान के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। वहीं बिलवा पहलवान ने कहा कि यह परंपरा पिछले सैकड़ों वर्षों से चली आ रही हैं। भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर यहां मेले व दंगल का आयोजन प्राचीन समय से होता आ रहा हैं। सम्मानित किये जाने पर बिलवा पहलवान ने सभी का आभार प्रकट किया। इस मौके पर सुशील त्यागी, एड. बृजमोहन त्यागी, मेहरचंद त्यागी, मनोज त्यागी, मनुदत्त त्यागी, विनय त्यागी, ओमकार त्यागी, अंकित त्यागी, मधुप त्यागी, पवन तोमर, स्वामी हंसानंद, मंदिर के महंत कृष्णानंद महाराज, चै. गजेन्द्र सिंह समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे।