रुड़की।
भारतीय ब्राह्मण समाज रुडकी के तत्वाधान में प्रतिभा अलंकरण एवं वरिष्ठ जन सम्मान समारोह का आयोजन आज आदर्शनगर स्थित एक गार्डन में किया गया। आध्यात्मिक गुरु जयराम आश्रम के संचालक स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की अध्यक्षता एवं नगरपालिका पालिका परिषद रुडकी के पूर्व चेयरमैन पं. दिनेश कौशिक तथा सह-महामंत्री सुधांशु वत्स के संयुक्त संचालन में सम्पन्न हुये समारोह में 207 मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रमाण-पत्र एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। वहीं 70 वर्ष से ऊपर की आयु के ब्राह्मण समाज के 210 वरिष्ठजनों को शाॅल ओढ़ाकर एवं उपहार भेंटकर सम्मानित किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में पधारे पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने पुरस्कृत होने वाली प्रतिभाओं को बधाई देते हुए कहा कि आपकी स्वर्णिम उपलब्धि पर आज समाज को गर्व है। उन्होंने कहा कि वर्तमान उपलब्धि से संतुष्ट नहीं होना है, बल्कि इससे कहीं आगे जाना है। कौशिक ने कहा कि ब्राह्मण समाज ने सदैव देशहित का चिंतन किया है। कौशिक ने कहा कि इतिहास साक्षी है कि अनेक ब्राह्मण राजाओं ने इस देश में राज किया है और सफलतापूर्वक प्रजापालन का धर्म निभाया है। समारोह अध्यक्ष जयराम आश्रम के परमाध्यक्ष, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि ब्राह्मण के पास विद्या है, इसलिए ब्राह्मण कभी दरिद्र नही हो सकता। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण प्रतिभायें समाज का गौरव हैं, जिन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ना है। अंतर्राष्ट्रीय साहित्यकार, प्रख्यात शिक्षाविद, बी.एस.एम. (पी.जी.) काॅलेज के पूर्व प्राचार्य, राष्ट्रीय साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के पूर्व सदस्य डाॅ. योगेन्द्र नाथ शर्मा ‘अरुण’ ने कहा कि राष्ट्र की प्रगति में ब्राह्मण समाज का उल्लेखनीय योगदान है। अति विशिष्ट अतिथि मदरहुड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरेन्द्र शर्मा ने कहा कि हमारी प्रतिभाओं को उनकी रूचि के अनुसार आगे बढ़ने का अवसर दें। कोई जरूरी नहीं है कि आई.ए.एस. या पी.सी.एस. बनकर ही देश की सेवा की जाये। अति विशिष्ट अतिथि पूर्व राज्यमंत्री डाॅ. संजय पालीवाल ने भारतीय ब्राह्मण समाज रुडकी के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि समाज में रचनात्मक कार्यों के लिए साधन सम्पन्न लोगों को आगे आना चाहिए। डाॅ. पालीवाल ने कहा कि हम एक-एक निर्धन प्रतिभाशाली बच्चे को गोद लेकर भी उसकी चिंता करें, तो प्रतिभाओं को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता। अति विशिष्ट अतिथि एस.जी.एस.टी. काशीपुर के डिप्टी कमीशनर अभय पाण्डे और छावनी परिषद रुडकी के मुख्य अधिशासी अधिकारी विशाल सारस्वत ने प्रतिभाशाली बच्चों को उच्च लक्ष्य निर्धारित करने और उसे प्राप्त करने के आवश्यक टिप्स दिए। विशिष्ट अतिथि पूर्व चेयरमैन दिनेश कौशिक, उत्तराखण्ड माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. अनिल शर्मा, बाबूराम डिग्री काॅलेज सालियर के निदेशक जलज गौड़, कौशिक पैथोलाॅजी लैब रुडकी के संचालक डाॅ. सुरेन्द्र कौशिक, प्रधानाचार्य डाॅ. दीपक शर्मा, बी.एस.आई. काॅलेज रुडकी के निदेशक सौरभ भूषण शर्मा एवं जीवन ज्योति इण्टर काॅलेज मेहवड के प्रबन्धक अंकित शर्मा ने भी अपने विचार प्रकट करते हुए भारतीय ब्राह्मण समाज के कार्यों की प्रशंसा की और प्रतिभाशाली बच्चों को प्रोत्साहित किया। भारतीय ब्राह्मण समाज रुडकी के अध्यक्ष सतीश शर्मा और कार्यक्रम संयोजक सुधीर शाण्डिल्य ने सभी आगन्तुकों का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य के कार्यक्रमों में भी सहयोग करने की अपील की। कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों ने माँ सरस्वती, भगवान परशुराम, महामना मदन मोहन मालवीय के चित्रों के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन किया और चित्रों पर माल्यार्पण किया। आचार्य पं. रमेश सेमवाल, जनपदीय ब्राह्मण समाज रुडकी के अध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा, आचार्य पं. आदर्श आर्यादि, प्रमोद शर्मा एडवोकेट, महामंत्री अरुण शर्मा, कोषाध्यक्ष अमरीश शर्मा, महिला विंग की अध्यक्षा श्रीमती दीपा कौशिक, प्राचार्य डाॅ. राजेश पालीवाल, प्रो. सम्राट सुधा, युवा विंग के अध्यक्ष विनय शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। डाॅ. योगेन्द्र नाथ शर्मा ‘अरुण’ ने प्रतिभा अलंकरण कार्यक्रम के लिए प्रति वर्ष पच्चीस हजार रुपये सहयोग की घोषणा की। ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने अगले वर्ष के कार्यक्रम में समस्त उपहारों एवं शील्ड आदि के सहयोग की घोषणा की। इस अवसर पर संरक्षकगण विनोद शर्मा, सतीश कौशिक, कार्यक्रम संयोजक सुधीर शाण्डिल्य, सह संयोजक सुधांशु वत्स, बिट्टू शर्मा, मनोज शर्मा, राजकुमार दुःखी, अशोक शर्मा आर्य, रमेश जोशी, श्रीमती श्रद्धा हिन्दू, अवनीश शर्मा मैडिकल, निरंकार शर्मा, अनुराग शर्मा आदि अनेक गणमानय लोग मौजूद रहे।