रुड़की (ब्यूरो रिपोर्ट)
मुकद्दस रमजान के पहले जुमा की नमाज नगर और आसपास के क्षेत्रों में अकीदत तथा शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई। पुलिस प्रशासन की पूरी सतर्कता के साथ ही नगर निगम द्वारा भी साफ-सफाई की व्यवस्था नगर की जामा मस्जिद एवं अन्य स्थानों पर बेहतर ढंग से की गई। जामा मस्जिद में जुमा की नमाज मुफ्ती मोहम्मद सलीम ने अदा काराई तथा जुमा की नमाज से पहले अपने खुतबे में मौलाना अजहर उल हक ने रोजा व नमाज की जानकारी विस्तार से जानकारी दी। मौलाना अजहर ने कहा कि रोजा सिर्फ भूखे-प्यासे रहने का नाम नहीं है, बल्कि यह शरीर के साथ-साथ मनुष्य की सारी बुराइयों की भी सफाई करता है। रोजा हमें सिखाता है कि किसी भूखे-प्यासे व्यक्ति के साथ हमें कैसा व्यवहार करना है। मौलाना अजहर ने कहा कि रमजान की फजीलत यह है कि एक नेकी जो इंसान करता है, उसका जवाब सत्तर गुना मिलता है, इसीलिए रमजान में जब भी कोई व्यक्ति अच्छे अमल करता है या दान-दक्षिणा करता है। उसको सत्तर गुना उसका फल मिलता है। फितरे की रकम के बारे में ऐलान किया कि इस वर्ष पैंतालीस रुपए का फितरा प्रति व्यक्ति दिया जाएगा, जिसके परिवार में जितने सदस्य हैं, उनको पैंतालीस रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से ईद की नमाज से पूर्व अदा करना होगा। इस मौके पर कारी मोहम्मद कलीम, मौलाना इशाक, कारी एहतेशाम अली, मौलाना अरशद कासमी, इंजीनियर मुजीब मलिक, मौफीक अहमद, डाॅक्टर नेयर काजमी, हाजी लुकमान कुरैशी, अफजल मंगलौरी, हाजी नौशाद अली, हाजी सलीम खान, जावेद अख्तर एडवोकेट, कुंवर जावेद इकबाल, मोहम्मद शाहिद खान, जाकिर अली त्यागी, इमरान देशभक्त, महमूद पटवारी, सलमान फरीदी, सैयद नफीसुल हसन, हाजी तनवीर कुरैशी, जुल्फिकार अली, अता उर रहमान अंसारी, तारिक खान, रियाज कुरैशी, डाॅक्टर मोहम्मद मतीन, राशिद अरशद व मास्टर शमशुद्दीन आदि ने बड़ी संख्या में नमाज अदा की। नमाजे जमा के बाद मुफ्ती मोहम्मद सलीम ने मुल्क की खुशहाली, कौम की तरक्की व अमन-शांति और भाईचारे की दुआ कराई।